इतिहास और राजनीति >> मध्यकालीन भारत : इस्लामी राज्य बनाम मुस्लिम राज्य मध्यकालीन भारत : इस्लामी राज्य बनाम मुस्लिम राज्यजफर रजा
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प्रोफेसर जाफर रजा की पुस्तक 'मध्यकालीन भारत : इस्लामी राज्य बनाम मुस्लिम राज्य' एक महत्त्पूर्ण विषय पर एक विशिष्ट कृति है
प्रोफेसर जाफर रजा की पुस्तक 'मध्यकालीन भारत : इस्लामी राज्य बनाम मुस्लिम राज्य' एक महत्त्पूर्ण विषय पर एक विशिष्ट कृति है। उन्होंने साक्ष्यों के आधार पर यह प्रदर्शित किया है कि जहाँ इस्लामी राज्य इस्लाम के आदर्शों के अनुकूल राज्य व्यवस्था का नाम है, मुस्लिम राज्य मुसलमान शासकों की राज्य प्रणाली बनाता है। मुस्लिम राज्य साम्राज्यवादी था, जबकि इस्लामी राज्य अल्लाह को शासक मान एक प्रकार का जनतंत्र था, जिसमे धर्म और न्याय के सिद्धांत माने जाते थे। भारत में मुस्लिम राज्य सर्वदा इस्लामी आदर्शों के अनुकूल नहीं था, वरन मुसलमान शासकों का साम्राज्यवादी मुस्लिम राज्य था, किन्तु तो भी उसे सदा धर्मांध और कट्टर नहीं मानना चाहिए। मुस्लिम जनता का भारत में अन्य जातियों के साथ, एक बड़े देश की जनता के रूप में, सामाजिक और राजनैतिक अवदान प्रस्तुत रहा है! मुस्लिम अवदान के मूल्यांकन में शीओं और सूफियों का अवदान भी महत्त्पूर्ण रहा है। कुल मिलकर लेखक ने इस्लाम की सही उदारतापूर्ण तस्वीर प्रस्तुत की है और मुस्लिम राज्य का विवेचनात्मक निरूपण किया है। इसके सामाजिक-सांस्कृतिक अनुषंगों पर पर्याप्त प्रमाण प्रस्तुत है। यह एक नये प्रकार की पुस्तक है, जिससे विचार्य वर्तमान समस्याओं पर बहुमूल्य प्रकाश पड़ता है। प्रोफेसर जाफ़र रजा बधाई के पात्र हैं।
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